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गोपालगंज के ढेबवां में स्वर्गीय श्री बद्रीनाथ सिंह जी और उनके परिवार द्वारा मनाया गया ताजिया का मेला

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By Anil Sharda आपन माटी गोपालगंज मोहर्रम में ताजिया के मेले में आप हिंदू मुस्लिम सब को एक साथ देखें हैं लेकिन आज हम बात गोपालगंज के एक ऐसे परिवार की कर रहे हैं जो हमेशा ताजिया के मौके पर अपना पूरा घर द्वार ही सौंप देता है इस त्यौहार में और हिंदू मुस्लिम के भाईचारे के सौहार्द को मनाने का मिशाल प्रतिवर्ष देता है। वह परिवार है स्वर्गीय श्री बद्रीनाथ सिंह जी का जो जिले में हर अच्छे कामों को लेकर बढ़-चढ़कर आगे रहता है और समाज में एकता की मिसाल खड़ा करता है। इसी क्रम में मोहर्रम को लेकर मिट रही आपसी दूरियों के बीच मिसाल पेश कर रहा है आपन माटी गोपालगंज जिले का बनकटा पंचायत का ढेबवां गाव के निवासी स्व श्री बद्री नाथ सिंह जी के माताजी के द्वारा १९३८ में स्थापित मोहर्रम का मेला जो यह सिद्ध करता है कि #श्रद्धा_किसी_मजहब_की_मोहताज नही होती.. इसी क्रम में अब स्व श्री बद्री नाथ सिंह जी के बाद उनके दोनों बेटों श्री जगदम्बा सिंह और श्री दिवाकर सिंह जी के द्वारा इस परंपरा को आगे बढ़ाया जा रहा है। मैं आपको बता दूँ की अभी हाल ही में जो आपन माटी टीम के द्वारा अपने जिला में *आपन...

प्लास्टिक थैले-पर्यावरणीय मुसीबत

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BY ANIL SHARDA भारत देश वैसे तो अपनी पुरानी परंपरा एवं रीति-रिवाजों के लिए जाना जाता है... पर कुछ ऐसे रिवाज हैं जो पुराने जमाने के लोगों द्वारा बनाए गए हैं.. और कुछ ऐसे जो आज के लोगों द्वारा!उन्हीं में से एक हैं प्लास्टिक के थैलियों का उपयोग करना.... अब आप सोचेंगे की मैंने इसे रिवाज का नाम क्यों दिया... तो इस लिए की विगत कुछ वर्षो से लोग इसके आसानी से मिल जाने और हर जगज, हर दुकान पर मिल जाने की वजह से अपने पुराने कल्चर या आदत कह कहिये.. झोला लेकर जाना बंद कर दिया हैं.... और प्लास्टिक से बने थैंलियों या अन्य चीजो के उपयोग के वजह से पृथ्वी और पर्यावरण लगातार बर्बाद कर रहें हैं... वो क्या है न की प्लास्टिक के बने थैले व अन्य सामान ने इंसानी जीवन को कई पहलुओं में आसान बना दिया है... लेकिन इस आसानी ने कितनी बड़ी मुश्किल पैदा कर दी है, इसका अंदाज़ा अभी जनमानस को नहीं है। दरअसल, प्लास्टिक कचरा पर्यावरण के लिए एक गंभीर संकट बन चुका है... केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक़ देश में सबसे ज़्यादा प्लास्टिक कचरा बोतलों से आता है.. साल 2015-16 में करीब 900 किलो टन प्लास्टिक बोतल ...

भारत में आवाज़ एप ने बदला पत्रकारिता का युग, तैयार कर रहा है 10,000 मोबाइल पत्रकार

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By Anil Sharda  आज के इस युग में मीडिया में जिस तरीके की ख़बरों से आपको रूबरू किया जा रहा हैं वो महज छलावा मात्र रह गया हैं क्युकी अब टीवी मीडिया में आपको ख़बरें देखने को कम और डिबेट्स शो देखने को कहीं ज्यादा मिल रहा हैं. लेकिन क्या आप जानतें हैं की इस टीवी मीडिया की दुनिया में रोजमर्रा की तमाम खबरे डिबेट्स प्रोग्रामों की वजह से पीछे छुट जा रही हैं. आम जनता की आवाज़ वहां तक पहुँच नहीं पहुँच पा रही हैं जहा तक उसे पहुचना चाहिए. टीआरपी की भागमभाग में आम जन की परेशानियों पर मीडिया की नज़र ही नहीं पहुँच पा रही हैं. इन्हीं सब को देखतें हुए आप सब के बिच अब एक नये प्लेटफार्म का इजात हो चूका हैं, और वो सिर्फ़ और सिर्फ़ आपकी ख़बरों के लिए बना हैं. इस प्लेटफार्म पर आप अपनी आवाज़ को उठा सकतें हैं क्युकी यहाँ सिर्फ और सिर्फ जनता की आवाज़ सुनी जाती हैं. यहाँ ''मतलब सिर्फ़ आपकी ख़बरों से हैं और आपकी आवाज़ से हैं. भारत में ये अपने आप में पहला प्लेटफार्म हैं जो सीधे आपको आपके मोबाईल से जोड़ आपकी आवाज़ को बुलंद करने का कार्य कर रहा हैं और आपको पत्रकार बना रहा हैं. आप से मतलब उन सभी से जो मोबाईल फ़ो...

मंदी की चपेट में आने से भारत में दनादन जा रही हैं नौकरियां

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By Anil Sharda  भारत आर्थिक मंदी से जूझ रहा हैं और भारी पैमाने पर जूझ रहा हैं. वो अलग की बात हैं की इस बात को सरकार हरसंभव छुपाने की कोशिश कर रही हैं. लेकिन सच यही हैं की भारतीय अर्थव्यवस्था पर नकदी का संकट छाया हुआ हैं. भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि जून 2019 के बाद आर्थिक गतिविधियों से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था में सुस्ती और बढ़ रही है. मंदी का आलम ये हैं के लगातार भारत में नौकरियों की कमी बढती जा रही हैं... एक तरफ नये रोजगार पैदा नही हो रहे तो दूसरी तरफ रोजगार छिन्न रहें हैं.. भारत के निर्यात सेक्टर में पिछले चार साल(2014-18) में औसत वृद्धि दर कितनी रही है ? क्या कभी आपने गौर किया.. नही किया तो मैं बता देता हूँ.. यह औसत वृद्धि दर 0.2 प्रतिशत की रही हैं. 2010 से 2014 के बीच विश्व निर्यात प्रति वर्ष 5.5 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा था तब भारत का निर्यात प्रति वर्ष 9.2 प्रतिवर्ष की दर से बढ़ रहा था. वहां से घट कर हम 0.2 प्रतिशत की वृद्धि दर पर आ गए हैं. वही सबसे ज्यादा अगर नौकरिया जहा जा रही हैं या जाने वाली हैं वो सेक्टर भ...

तीसरी क़िस्त : ‘सड़कों पर जवान नहीं होंगे तो पत्थरबाज किस पर पत्थर चलाएंगे’

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By  राहुल कोटि इस ईद की सुबह पूरे कश्मीर में उसके इतिहास के सबसे मजबूत कर्फ्यू के साथ हुई. तड़के ही कश्मीर की सड़कें छावनी में तब्दील की जा चुकी थी और चप्पे-चप्पे पर बंदूक थामे जवान मुस्तैदी से पहरा देने लगे थे. जम्मू क्षेत्र के कुछ इलाकों में बड़ी मस्जिदें आज खोली गई थी, लेकिन कश्मीर घाटी में ऐसा बिलकुल नहीं हुआ. यहां के तमाम जामिया मस्जिदों में बीती रात ही सुरक्षा बलों ने एहतियाती कदम उठाते हुए ताले लटका दिए थे. ईदगाहें वीरान थीं और लोगों को यहां आने की अनुमति नहीं थी. गली-मोहल्लों की मस्जिदों को निर्देश थे कि कोई भी इस्लामी तराने लाउडस्पीकर पर न बजाए जाएं और लोगो को सख्त हिदायत मिल चुकी थी कि वो नमाज़ के लिए अपने-अपने गली मोहल्ले से बाहर नहीं जा सकते. बीते दो दिन से कर्फ्यू में जो छूट दी जा रही थी वो भी ईद के दिन (सोमवार) वापस ले ली गई. मोहल्लों के जिन मस्जिदों में सौ-पचास लोग नमाज़ के लिए पहुंचे उन मस्जिदों का घेराव पचासो हथियारबंद जवानों ने कर रखा था. बारामुला निवासी फैयाज अहमद कहते हैं, "ये पहली बार है कि जब ईद के मौके पर जश्न जैसा कोई माहौल नहीं है. 2016...

ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के बिक्री में आई गिरावट लगभग हर कंपनी की कहानी है

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By  ऋषव रंजन    अर्थव्यवस्था को बुखार सा लग गया है जिसे किसी एक पैरासीटामोल के गोली से उभारा नहीं जा सकता है. इसमें किसी यूरोपियन नीतिगत दवाई भी काम करती नज़र नहीं आ रही है. इस बुखार को उतारने के लिए कामगारों से लेकर बड़े कॉरपोरेट हेड तक को देसी मंथन के फार्मूले से सुलझाना होगा. और सरकार ही इसको अंजाम तक पहुंचा सकती है. इस बुखार को खारिज करने वाले अर्थशास्त्री, राजनेता और अन्य अफसर इससे कन्नी नहीं काट सकते क्योंकि अब इस बुखार ने अर्थव्यवस्था के सीने को जकड़ लिया है. ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के बिक्री में आई गिरावट लगभग हर कंपनी की कहानी है. मारुति जिससे पूरे ऑटोमोबाइल सेक्टर को उसकी स्थिति से मापा जाता है उसमें 36 प्रतिशत की गिरावट आई है. महिंद्रा (ट्रेक्टर) में 12%, अशोक लेलैंड (ट्रक) में 14% की गिरावट आई है. टाटा मोटर्स ने भी 'ब्लॉक क्लोजर' के बहाने इस साल कई बार अपनी कंपनी बंद रखी है. फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स के मुताबिक देश में 286 डीलर्स को अपना बोड़िया-बिस्तर बांध कर बाज़ार छोड़ कर जाना पड़ा. इससे 32 हज़ार नौकरियों का नुकसान पहुंचा और आने वाले समय मे 2 लाख नौकरि...

राहुल के 370 के विरोध पर ट्विटर की जग लड़ने राज्सयपाल सत्यपाल मलिक भी कूदे

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By Prashant Rai कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार से सवाल पूछ रहे हैं , राहुल गांधी कह रहे हैं कि कश्मीर में क्या हो रहा है , मोदी सरकार खुल कर बताए और साफ-साफ बताए। राहुल गांधी के अनुसार कश्मीर से हिंसा की खबरें आ रही हैं और स्थानीय लोगों को चोट पहुंचाया जा रहा है। राहुल गांधी ने ट्वीट करके इस फैसला का विरोध भी किया था लेकिन अब ट्विटर के इस लड़ाई में कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी कूद गए हैं। सबसे पहले जब   राहुल गांधी ने मोदी सरकार से ये कहा कि आप पारदर्शिता से जवाब दीजिए तो सत्यपाल मलिक ने झट से जवाब दिया की अगर आप कहे तो आपके लिए हवाई जहाज भेज देते हैं , आप आकर स्थिति का मुआयना कर लीजिए। कश्मीर में सब कुछ ठीक है और यहां कोई दिक्कत नहीं है। उसके बाद क्या था राहुल गांधी को भी जवाब देना था और राहुल गांधी ने जवाब दिया भी। राहुल गांधी ने कहा की उन्हें विशेष विमान की जरूरत नहीं है लेकिन वो ये चाहते हैं कि विपक्षी दलों के एक दल को जम्मू कश्मीर में घूमने और लोगों से मिलने की आजादी दी जाए , ताकि वो लोग सही तरीके से कश्मीर की स्थिति को समझ सके। मतलब ...